- मैंने रिश्वत दी
- 6 years ago
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रेलवे में हो रही भ्रष्टाचार और कली कमाई के संदर्भ में - बरौनी रेलवे स्टेशन (BJU )
- Railways
- Ticket Booking
- Paid INR 2,400
मान्यवर,
जैसा कि आप सब जानते होंगे कि एजेंट्स और दलालों की चालों को नाकामयाब करने के लिए रेलवे ने कुछ नियम बनाया है !
परन्तु , रेलवे टिकट एजेंट्स, दलालों और रेलवे कर्मचारी के मिली भगत के कारण भ्रष्टाचार और कला धन को बढ़ावा मिली है !
मुझे दो शिकायत दर्ज करनी थी:
एक रेलवे कर्मचारी पर जो कि भ्रष्टाचार और काला धन को बढ़ावा दे रहे और दूसरी फर्जी दस्तावेज़ बनाने वाले एजेंट्स और और दलालों की!
पहली : रेलवे टिकट बुकिंग काउंटर पर धाँधली चलती है! पूरे सिस्टम में भ्रष्टाचार व्याप्त है ! नीचे से ऊपर तक सब लोग मिले हैं क्योंकि बड़े अधिकारी के नाकों के नीचे ये सब चल रही !
होता ये है कि तत्काल टिकट बुक करने के लिए आम जनता सुबह से पंक्तियों में खड़े रहते हैं ! कई घंटों के बाद जब 11 बजे (स्लीपर बोगी ) पहली टिकट कटती है तो वो वेटिंग टिकट कटती है !
और 11 बजे कि कन्फर्म टिकट उस एजेंट्स और दलालों को मिल जाता है जो कि 11 बजे से 10 मिनट पहले आते हैं और बिन पंक्तियों में लगे ही कन्फर्म टिकट बनवा के ले जाते हैं!
क्योंकि रेलवे कर्मचारी का उन एजेंट्स और दलालों से सांठ गांठ / मिलीभगत रहती है!
दूसरी : रेलवे टिकट एजेंट्स एक टिकट पर अधिकतम लोगों का नाम (मनगढंत और उम्र ) से टिकट निकलवाते हैं ! और उसमें से एक यात्री को ऑरिजिनल टिकट देते हैं बाँकी को उसका फोटोकॉपी कर
थमा देते हैं ! और फिर उस मनगढंत नाम और उम्र के हिसाब से उसको फर्जी सरकारी दस्तावेज़ भी बना के देते हैं ! टिकट बुकिंग काउंटर से टिकट वो रेलवे के अधिकारी की मिली भगत से निकलते हैं !
और ज़रूरत मंद लोगों को तीन से चार गुणे रेट कर बेचते है! और कमाई में कमीशन रेलवे कर्मचारी को जाता है जो कि उनको टिकट बना के देता है !
सबूत के तौर पर मैं एक विण्डो तत्काल टिकट संलंग्न कर रहा हूँ ! PNR नंबर है 6622093904 और टिकट नंबर 14788672 है ! ये टिकट एजेंट्स / दलाल के द्वारा बनाई गयी है !
उस रेलवे टिकट एजेंट्स दलाल का नाम विकास है और इसका संपर्क सूत्र / नंबर है 9546020814 एवं 8271088280 है जो कि वाटिका चौक, गिरिजा काम्प्लेक्स , बरौनी में है !
मैं छठ पूजा के बाद (14 नबम्बर ) दो-तीन दिन से तत्काल टिकट के लिये ऑनलाइन और विण्डो पर असफ़ल प्रयास किया! फ़िर इस टिकट एजेंट्स के पास गया !
टिकट तो कन्फर्म दिया पर तीन गुने पैसे पर और जब कम करने को कहता था कि ये मेरे नाम का टिकट दूसरे ज़रूरतमंद को बेच देगा (फर्जी दस्तावेज़ बना के)!
उसका ये तर्क था कि वो खुद 1000 रुपया प्रति पैसेंजर रेलवे टिकट काउण्टर कर्मचारी को देता है !
मैं जब 10 बजे AC का तत्काल नहीं बना पाया तो इस टिकट एजेंट्स के पास पहुँचा 10 :35 पर, स्लीपर के टिकट के लिए !
रेलवे टिकट एजेंट्स ने फॉर्म भर के रेलवे टिकट बुकिंग काउंटर की ओर जाता है 10 :50 मिनट पर विंडो टिकट निकलवाने के लिए !
और 11 बजे स्लीपर तत्काल टिकट का बुकिंग काउंटर खुलता है और जो वहाँ पंक्तियों में आम जनता खड़ी हैं वो वैसे ही खड़े रह जाते हैं !
2 - 3 मिनट में एक यात्री ही विण्डो पर होता है और इन एजेंट्स और दलालों को कन्फर्म टिकट मिल जाती है और पंक्तियों में खड़े लोगों को वेटिंग टिकट मिलती है !
और कन्फर्म टिकट काटने का फल (कमीशन) रेलवे कर्मचारी मिल जाता है !
अब ये एजेंट्स और दलाल उस कन्फर्म टिकट ज़रुरतमंदों के हिसाब से तीन से चार पाँच गुने दामों पर सौदा करते हैं और साथ में यात्री का फ़ोटो इस्तेमाल कर फर्जी ID प्रूफ़ बनाते हैं !
जिसमे फोटो तो यात्री का होता है पर नाम और उम्र मनगढ़ंत होती है!
निचे सलग्न टिकट में भी यही हुआ पर यात्रा के दौरान टी टी साहेब ने एक यात्री को दोगुने उम्र होने के कारण पकड़ लिया !
टिकट के अनुसार उस ID में नाम,उम्र और उस यात्री का फोटो लगा के फर्जी आधार कार्ड बनी थी !
क्योंकि यात्री के पास टिकट के हिसाब से 17 साल का ID ज़रूर था पर यात्री की उम्र 34 -35 रही होगी !
टीटी साहेब ने टिकट चेकिंग के दौरान यात्री का टिकट रद्द कर और सीट (S10 -32 ) किसी और को दे दिया !